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अंक विद्या कैसे काम करती है? नंबर-आधारित दिव्यता के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका

 

अंक विद्या कैसे काम करती है? मूल बातें समझें
अंक विद्या कैसे काम करती है? मूल बातें समझें

 


अनुक्रमाणिका

अंक विद्या क्या है?

अंक विद्या वास्तव में कैसे काम करती है? प्रक्रिया को समझना

आपके जीवन पथ को डिकोड करना: अंक विद्या में सबसे महत्वपूर्ण संख्या

संख्याओं के पीछे का विज्ञान: क्या अंक विद्या में कोई वैधता है?

अंक विद्या के बारे में सामान्य भ्रांतियाँ


 

अंक विद्या क्या है?

 

अंक विद्या, अंक शास्त्र या न्यूमैरोलॉजी ज्योतिष शास्त्र का वो प्रकार है, जिसमें अंको का ज्ञान करके व्यक्ति के स्वभाव, उसके जीवन, आदि के बारे में बताया जाता है तथा भविष्यवाणी भी की जा सकती है।

अंक ज्योतिष में 9 में से प्रत्येक ग्रह को 1 से लेकर 9 तक का कोई अंक दिया जाता है। उन ग्रहों में सूर्य, चन्द्र, गुरु, यूरेनस, बुध, शुक्र, वरुण, शनि और मंगल आते हैं।

जातक की जन्म तिथि के अंको का इस्तेमाल कर उसके जीवन के बारे में भविष्यवाणी की जाती है।

भारत में ये विद्या कई वर्षों से चली आ रही है। प्राचीन आचार्यों द्वारा चलाई गई ये विद्या आज संपूर्ण विश्व में मान्य है। भारत का अंको के साथ शुरू से ही एक खास संबंध है। उसका परिणाम ही है ये अंक ज्योतिष।

अंक विद्या विविध प्रकार की होती है जैसे:-

पाइथागोरियन न्यूमरोलॉजी

कैल्डियन न्यूमरोलॉजी

कब्बाला न्यूमरोलॉजी

चीनी न्यूमरोलॉजी

वैदिक/भारतीय न्यूमरोलॉजी

जेमैट्रिया

अब्राकदबरा न्यूमरोलॉजी

एंजेल नंबर

 

इनमें से भारतीय अंकशास्त्र का इतिहास 1500-1200 ईसा पूर्व के कुछ प्राचीनतम वेदों में पाया जाता है।

 

अंक विद्या वास्तव में कैसे काम करती है? प्रक्रिया को समझना

 

अंक विद्या में 1 से लेकर 9 तक कि संख्याओं का इस्तेमाल होता है अर्थात एक अंक वाली सांख्यों का। यदि कोई दो अंक की सांख्या हो तो उसका उपयोग करने के लिए पहले एकल संख्या में बदला जाता है, कुछ इस प्रकार है:- 

मान लीजिये किसी की जन्म तिथि है 12/ 11/2005 तो याहा पर 

दिनांक :- 1+2 = 3

महीना  :- 1+1 = 2

वर्ष :- 2+0+0+5 = 7

 

ठीक इसी प्रकार जब व्यक्ति का नामांक निकाला जाता है तो ए=1, बी=2, सी=3 आदि इस्तेमाल किया जाता है। यहां भी अगर कोई और अक्षर होगा जैसे कि ओ=13 से इसे 1+3 = 4 करके ही इस्तेमाल किया जायेगा.

 

संख्याएं कई प्रकार की होती हैं जैसे कि जीवन पथ संख्या, भाग्य संख्या, आत्मा की अभिलाषा संख्या, व्यक्तित्व संख्या, मूलांक  परिपक्वता संख्या, अहंकार संख्या, अभिव्यक्ति संख्या। जैसा की इनके नाम से ही ज्ञात होता है ये सब संख्याएं व्यक्ति के जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताती हैं। जैसे की भाग्य संख्या व्यक्ति के भाग्य या संभावनाओ के बारे में बताती है और व्यक्तित्व संख्या व्यक्ति का दूसरे के प्रति क्या स्वभाव होता है इसके बारे में बताती है।

 

जब दो अलग-अलग न्यूमरोलॉजिकल संख्याएँ एक दूसरे के साथ बातचीत करती हैं, तो यह संयोजन कहलाता है। हमारे जीवन के विभिन्न हिस्सों को समझने और हमारे व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं को एक साथ लाने में ये संयोजन मदद करते हैं। संयोजनों को गहराई से समझने से हम अपनी संभावनाओं और चुनौतियों को समझ सकते हैं।

उदाहरण के लिए :-

 यदि आपकी जीवन पथ संख्या 3 है जोकी रचनात्मकता को दर्शाती है और भाग्य संख्या 8 है जिसको अर्थ सफलता होता है तो इन दोनों संख्याओं के संयोजन से आप समझ सकते हैं कि आपकी रचनात्मकता आपके जीवन में सफलता लाने में मदद करेगी। यह है जीवन संख्या और भाग्य संख्या का संयोजन यदि आपकी अभिव्यक्ति संख्या एक है जो की नेतृत्व को दर्शाती है और भाग्य संख्या 9 है जिसका अर्थ मानवता होता है तो इन दोनों के संयोजन से आप समझ सकते हैं कि आप मानवता का नेतृत्व करेंगे। यह है अभिव्यक्ति संख्या और भाग्य संख्या का संयोजन।

 

आपके जीवन पथ को डिकोड करना: अंक विद्या में सबसे महत्वपूर्ण संख्या

 

अंक विद्या में सबसे महत्वपूर्ण संख्या माना जाता है जीवन पद संख्या को लिए देखते हैं इसकी गणना कैसे की जाती है सबसे पहले तो जैसा हमने बताया था अपने जन्म तिथि के दिन महीने और वर्ष की तारीख को एकल संख्या में परिवर्तित कर लें फिर उन सब का जोड़ करें और उसे संख्या को भी एकल में परिवर्तित कर लें अब जो संख्या आपको प्राप्त हुई है वह यदि एकल में नहीं है तो उसे वैसे ही रहने दीजिए। 

उदाहरण :- जन्मतिथि 15 जुलाई 1990

  1. जन्म तारीख: 15
    • 1 + 5 = 6
  2. जन्म महीना: जुलाई (7वां महीना)
    • 7
  3. जन्म वर्ष: 1990
    • 1 + 9 + 9 + 0 = 19
    • 1 + 9 = 10
    • 1 + 0 = 1

अब इन सभी संख्याओं को जोड़ दें:

  • 6 + 7 + 1 = 14
  • 1 + 4 = 5

लिए अलग-अलग जीवन पथ संख्या का अर्थ समझते हैं

  • जीवन पथ संख्या 1:

ऐसे व्यक्ति में नेतृत्व की क्षमता एवं महत्वाकांक्षा जैसे गुण होंगे उसके पास निर्णय लेने की समझ होगी और स्वतंत्रता को प्राथमिकता देगा।

  • जीवन पथ संख्या 2:

यह एक शांतिप्रिय व्यक्ति होगा जो दूसरों के साथ मिलकर काम करने में विश्वास रखता है ऐसे व्यक्ति की समझदारी उसे दूसरों के लिए एक अच्छा साथी बना देती है।

  • जीवन पथ संख्या 3:

ऐसे व्यक्ति की विशेषताएं होती हैं रचनात्मक, आत्मा अभिव्यक्ति, सामाजिकता एवं उत्साह।

  • जीवन पथ संख्या 4:

 यह लोग मेहनती होते हैं और स्थिरता एवं सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं।

 

  • जीवन पथ संख्या 5:

इन लोगों के पास सहासिकता और अनुकूलता की अद्भुत क्षमता है जो इन्हें नहीं चुनौतियों का सामना करने में मदद करती है।

  • जीवन पथ संख्या 6:

इन लोगों की प्राथमिकताएं होती है सेवा प्रेम जिम्मेदारी एवं परिवार के दूसरों की देखभाल करने में विश्वास रखते हैं।

  • जीवन पथ संख्या 7:

यह लोग गहराई से विचार करने वाले होते हैं एवं उनका आध्यात्मिक के प्रति भी खासा रुझान होता है।

  • जीवन पथ संख्या 8:

 ऐसे लोगों की विशेषताएं होती हैं महत्वाकांक्षा,व्यापारिक क्षमता, सफलता शक्ति। ये लोग महत्वकांक्षी लोगों एवं शक्तिशाली ऊर्जा की ओर आकर्षित होते हैं।

  • जीवन पथ संख्या 9:

उदारता, मानवता, करुणा एवं समर्पण जैसे गुण रखने वाले लोगों की जीवन पथ संख्या नौ होती है।

यदि जीवन पथ संख्या कोई एकल संख्या ना हो तो उसे मास्टर नंबर कहा जाता है मास्टर नंबर्स के भी अलग-अलग अर्थ होते हैं जैसे की:-

 

  1. मास्टर नंबर11:

यह लोग आध्यात्मिक जागरूकता और प्रेरणा जैसे गुण रखते हैं इनमें दूसरों के मार्गदर्शन करने की क्षमता होती है ।

  1. मास्टर नंबर 22:

मास्टर नंबर 22 वाले व्यक्ति बहुत खास होते हैं, उनके सपने बड़े होते हैं साथ ही साथ यह लोग उन सपनों को पूरा करने की क्षमता भी रखते हैं।

  1. मास्टर नंबर 33:

यह लोग भविष्य में या तो शिक्षक या डॉक्टर बनते हैं इनमें सेवा और करुणा की भावना होती है।

अभ्यास में अंक विद्या: संख्या-आधारित अंतर्दृष्टि को कैसे लागू करें

 

दैनिक अंक विद्या का अभ्यास करना एक रोचक और फायदेमंद तरीका हो सकता है। इसके लिए, जन्म तिथि और वर्तमान तिथि को जोड़कर एक अंक में बदलना होगा। यह संख्या दिन की ऊर्जा और संभावित अवसरों को बता सकती है। उदाहरण के लिए, 3 का दैनिक अंक रचनात्मकता और खुद को व्यक्त करने के लिए अनुकूल हो सकता है, जबकि 8 का अंक वित्तीय और व्यावसायिक मुद्दों पर ध्यान देने का संकेत दे सकता है। दैनिक अंक विद्या आपको दिन की योजना बनाने और महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है।

 

साथ ही साथ नामांक निकालने की विद्या यह विद्या एक प्राचीन विधि है जो आपके नाम के अक्षरों को संख्याओं में बदलकर आपके व्यक्तित्व, गुणों, और जीवन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करती है। जैसा कि हमने पहले बताया था नाम के सभी अक्षरों को अलग-अलग संख्या दी जाती है तथा उन्हें जोड़कर नामांक निकलते हैं। यह संख्या आपके व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषताओं का संकेत देती है, साथ ही चुनौतियों और अवसरों का भी ।

 उदाहरण के लिए, अगर आपका नाम अंक 5 है, तो इसका मतलब स्वतंत्रता, साहसिकता और अनुकूलता हो सकता है। नाम अंक विद्या से आप अपने अंदर छिपी शक्तियों और संभावनाओं को पहचान सकते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में मार्गदर्शन कर सकते हैं।

 

संख्याओं के पीछे का विज्ञान: क्या अंक विद्या में कोई वैधता है?

 

अंक विद्या के पीछे का विज्ञान हमेशा से विवादित रहा है। इस प्रणाली के सहयोगी मानते हैं कि सांख्याओं में गहन अर्थ एवं कम्पन होते हैं इसलिए ये बिल्कुल उपयुक्त है। साथ ही साथ कुछ लोग अपने व्यक्तिगत अनुभवों से भी इसके समर्थन में खड़े रहते हैं।

ये विद्या काफी प्राचीन परंपरा है तो यदि कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं भी मिलता फिर भी लोग इसको मान्य समझते हैं।

बाकी कोई कुछ भी कहे अंक विद्या लोगो के बीच काफी प्रचलित हैं एवं लोग इससे बहुत आकर्षित होते हैं। ये उन्हें आत्मज्ञान प्राप्त कराती है। अपने जीवन का अर्थ खोजने में सहायता देती है। साथ ही साथ सुरक्षा और सहयोग की अनुभूति भी कराती है। यह एक आम चर्चा का बिंदु है लोग अक्सर इस पर संवाद करते नजर आते हैं एवं कई बार इसके चमत्कारों से चकित भी हो जाते हैं।

अंक विद्या के बारे में सामान्य भ्रांतियां

 

सबसे पहली या मुख्य भ्रांति तो यही है कि अंक विद्या और ज्योतिष विद्या को कुछ लोग बराबर मानते हैं जबकी ऐसा नहीं है। अंक विद्या अंको पर निर्भर करती है तथा ज्योतिष विद्या ग्रहों पर।

दूसरी भ्रांति ये है कि अंक विद्या केवल भाग्य बताती है जबकी ऐसा नहीं है और अंक विद्या व्यक्ति की आदतें, उसके स्वभाव एवं उसके जीवन में आने वाली मुश्किलें और अवसरों के बारे में भी बताती है।

लोग ये भी मानते हैं कि अंक विद्या पुरातन अंधविश्वास है हालंकी ऐसा बिलकुल नहीं है ये प्रारंभिक अनुभव एवं अध्ययन पर निर्भर करती है।

जो भी कोई पारलौकिक प्रथाएं हैं जैसे ज्योतिष, टैरो कार्ड रीडिंग या हस्त रेखा विज्ञान सभी का उद्येश मनुष्य को उसके जीवन के लिए सही मार्गदर्शन देना है। कहीं ग्रहो की गति एवं स्थिति देखकर ये बताया जाता है, कहीं कार्डों के माध्यम से वास्तविक प्रस्तुति की जाति है, कहीं हाथो की रेखाएं देखकर तो कहीं अंको का अध्ययन कर।

 

निष्कर्ष:

अंक विद्या, जिसे अंकज्योतिष के नाम से भी जाना जाता है, हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनका मार्गदर्शन करने में सहायक है। यह प्राचीन विज्ञान अंकों की शक्ति और उनके जीवन पर प्रभाव को उजागर करता है। हर व्यक्ति के जीवन में अंकों का विशेष महत्व होता है, चाहे वह जन्म की तिथि हो, नाम के अक्षर हों, या अन्य महत्वपूर्ण संख्या हो। ये अंक हमारे व्यक्तित्व, भाग्य, और जीवन की दिशा को निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं।

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FAQs

क्या अंक विद्या मुझे महत्वपूर्ण जीवन निर्णय लेने में मदद कर सकती है?

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हां अंक विद्या जीवन में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद कर सकती है क्योंकि हमारे जीवन के कई पहलू इस पर निर्भर करते हैं।a

क्या पश्चिमी और पूर्वी अंक विद्या में कोई अंतर है?

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हां पश्चिमी और पूर्वी विद्या में थोड़ा अंतर है पश्चिमी अंक विद्या अक्षरों और जन्मतिथियों को संख्यात्मक मान देती है तथा पूर्वी अंक विद्या तत्व, ग्रहण और ज्योतिषीय मान्यताओं के साथ संख्याओं को जोड़ती है।

मुझे मार्गदर्शन के लिए कितनी बार अंक विद्या का परामर्श लेना चाहिए?

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किसी अत्यंत महत्वपूर्ण निर्णय को लेते समय आप अंक विद्या का परामर्श ले सकते हैं या सामान्यतः वर्ष में एक या दो बार। इस पर निर्भर होने से बचना चाहिए।